728 चकबंदी लेखपाल बने कानूनगो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के अवसर पर चकबंदी लेखपालों को बड़ा तोहफा देते हुए 728 लेखपालों को चकबंदीकर्ता (कानूनगो) के पद पर पदोन्नति दी है। यह प्रमोशन 8 साल के इंतजार के बाद हुआ है और इससे न केवल अधिकारियों के करियर को एक नई दिशा मिलेगी, बल्कि भूमि विवादों के समाधान में भी तेजी आएगी।
जिलों में सबसे ज्यादा पदोन्नति
पदोन्नति का यह निर्णय प्रदेश के 68 जिलों में लागू किया गया है। बरेली जिले में 60, कन्नौज में 41, मुरादाबाद में 35, गोरखपुर में 32 और ललितपुर में 25 चकबंदी लेखपालों को प्रमोशन मिला है। यह निर्णय इन जिलों में चकबंदी प्रक्रिया को नई ऊर्जा प्रदान करेगा और किसानों की भूमि संबंधी समस्याओं का तेजी से समाधान करेगा।
भूमि विवादों का त्वरित निपटारा
चकबंदी आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमि विवाद और चकबंदी की समस्या के त्वरित समाधान के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। 2016 से कई जिलों में कानूनगो के पद रिक्त थे, जिसके चलते भूमि पुनर्संयोजन में बाधाएं उत्पन्न हो रही थीं। सीएम ने रिक्त पदों को भरने के निर्देश दिए, जिसके परिणामस्वरूप विभागीय पदोन्नति समिति का गठन किया गया।
कृषि भूमि सुधार को मिलेगी गति
इस पदोन्नति से भूमि सुधार और चकबंदी प्रक्रिया को प्रभावी तरीके से लागू करने में मदद मिलेगी। चकबंदी के माध्यम से किसानों की भूमि का पुनर्संयोजन होगा, जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि और कृषि क्षेत्र का विकास होगा। यह निर्णय न केवल किसानों के लिए फायदेमंद है, बल्कि प्रदेश के राजस्व प्रशासन में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
किसानों का जीवन होगा समृद्ध
सीएम योगी का यह निर्णय कृषि क्षेत्र में समृद्धि लाने और किसानों के जीवन में खुशहाली लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। भूमि विवादों का त्वरित निपटारा और चकबंदी के कार्यों में रफ्तार से कृषि क्षेत्र में सुधार संभव होगा।